Tuesday, April 28, 2009

मैं ईंदौरीलाल

इंदौरीलाल आपका स्वागत करता है.

4 comments:

  1. अरे भिया , कां हो? टिप्पणी चीये कि नी चिये?

    ReplyDelete
  2. लालो के लालाजी

    वहा वहा क्या खुब...........

    आभार/मगलकामना
    महावीर बी सेमलानी "भारती"
    मुम्बई टाईगर
    हे प्रभु यह तेरापन्थ

    ReplyDelete
  3. लालों के लाल "इन्दौरीलाल" जी,

    वैसे कवठेकर जी ठीक ही पूछ रहे हैं?

    एक नई साहित्यिक पहल के रूप में इन्दौर से प्रकाशित हो रही पत्रिका "गुंजन" के प्रवेशांक को ब्लॉग पर लाया जा रहा है। यह पत्रिका प्रिंट माध्यम में प्रकाशित हो अंतरजाल और प्रिंट माध्यम में सेतु का कार्य करेगी।

    कृपया ब्लॉग "पत्रिकागुंजन" पर आयें और पहल को प्रोत्साहित करें। और अपनी रचनायें ब्लॉग पर प्रकाशन हेतु editor.gunjan@gmail.com पर प्रेषित करें। यह उल्लेखनीय है कि ब्लॉग पर प्रकाशित स्तरीय रचनाओं को प्रिंट माध्यम में प्रकाशित पत्रिका में स्थान दिया जा सकेगा।

    आपकी प्रतीक्षा में,

    विनम्र,

    जीतेन्द्र चौहान(संपादक)
    मुकेश कुमार तिवारी ( संपादन सहयोग_ई)

    ReplyDelete
  4. भाई साहब,

    आप हैं कहाँ, चाहनेवाले भटक रहे हैं, आखिर इन्दौर की बात है, कै कि नी?

    सादर,

    मुकेश कुमार तिवारी

    ReplyDelete